शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
शिव भजन
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अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
भजन: शिव शंकर shiv chalisa lyricsl को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि more info को कहि जात न काऊ॥
जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥ अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
जय जय जय अनंत Shiv chaisa अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥